बड़े दिनों के बाद ! ( after a long time ! )
प्रिये संग्रहिका , रात के बज रहे हैं डेढ़। और मेरी आँखों में नींद का दूर-दूर तक नामों निशान नहीं है। मुझे पता है नींद आ…
प्रिये संग्रहिका , रात के बज रहे हैं डेढ़। और मेरी आँखों में नींद का दूर-दूर तक नामों निशान नहीं है। मुझे पता है नींद आ तो जाएगी लेकिन तब जब उठने का समय हो जायेगा। और ना जाने क्यों अब कम अवधि की नींद मेरे लिए पर्याप्त नहीं पड़ रही है। आजकल तो सिर भी बड़ा दुखता …
प्रिये संग्रहिका, कुछ बातें पता होते हुए भी हमें उनका अहसाह नहीं होता है। या शायद हम उस वास्तविकता को स्वीकार नहीं करना चाहते हैं या फिर हममें वो वास्तविकता स्वीकारने की शक्ति ही नहीं होती है। हम पता नहीं क्यों वास्तविकता से इतना डरते हैं ! आज एक स्टेटस में …
प्रिये संग्रहिका, कैसी हो ? मेरे बिना चैन की साँस तो खूब आती होगी। मेरी ऊल-जुलूल बातों से छुट्टी जो मिल जाती है। बहुत दिनों से आना चाह रही थी तुमसे मिलने, पर बिल्कुल समय नहीं मिल पा रहा था। या यूँ कह लो कि जिस इत्मीनान से तुमसे बात करने की इच्छा होती है वो इ…
प्रिये संग्रहिका , देखो माफ़ी तो मैं माँगूंगी क्योंकि मैंने तोड़ा है अपना वादा , हर हफ्ते तुमसे मिलने आने का। बेशर्म हो गयी हूँ ना !? क्या करूँ परिस्थतियाँ ही कुछ ऐसी हो गयी थीं। हाँ मैं फिर से बहानों का रोना रो रही हूँ। पर सच है ये बात। बीते दिनों तबियत भी ब…
प्रिये संग्रहिका , उलझन में हूँ। मन के कारण। लोग सही कहते हैं , हमारा सबसे बड़ा शत्रु हमारा मन ही है। और यदि हम उसके कहे अनुसार काम करना शुरु कर देते हैं तो विनाश तेजी से प्रारम्भ हो जाता है। एक पल को तो ये मन किसी चीज को लेकर उत्कंठित हो उठता है दूसरे ही पल व…
प्रिये संग्रहिका, कैसी हो ? क्या मेरी भाषा तुम्हारे भी पल्ले नहीं पड़ती ? इतनी कठिन भाषा इस्तमाल तो नहीं करती हूँ। मुझसे अक्सर लोग कहते हैं, लिखते समय इतनी हिंदी मत लिखा करो कि सामने वाला पढ़ना ही ना चाहे। पर ये मैं जानबूझ कर नहीं करती हूँ। मैंने बचपन से ही ऐसी…
प्रिये संग्रहिका , बड़े दिन हो गया ना मिले ? जानती हूँ वादा किया था उसके बाद भी नियमित तुमसे मिलने नहीं आ पा रही हूँ। इसका पूरा श्रेय जाता है मेरे ख़राब समय मैनेजमेंट को। ये बात सच ही है २४ घंटे हर किसी की झोली में है। कुछ उसका सही उपयोग करके आगे निकल जा रहे ह…
प्रिये संग्रहिका , रात के बज रहे हैं डेढ़। और मेरी आँखों में नींद का दूर-दूर तक नामों निशान नहीं है। मुझे पता है नींद आ…